सरे आम बरस के क्यों मुज़रिम बना दिया सरे आम बरस के क्यों मुज़रिम बना दिया
लाल घटामें श्याम सोहत है "नीरव" लख लख वारी जाइ । लाल घटामें श्याम सोहत है "नीरव" लख लख वारी जाइ ।
शाम के सुरमई, स्लेटी, सफ़ेद बादल जीवन-आकाश में महकती रात-रानी चंपा चमेली दुधिया उज़ाले में संध्य... शाम के सुरमई, स्लेटी, सफ़ेद बादल जीवन-आकाश में महकती रात-रानी चंपा चमेली दुधि...
मिलकर हम सबके यहां, नाचें-गाएं यार।। मिलकर हम सबके यहां, नाचें-गाएं यार।।
रिमझिम- रिमझिम बूंद बरसती, लगी काले बादलों की लड़ी। रिमझिम- रिमझिम बूंद बरसती, लगी काले बादलों की लड़ी।
मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिटका रही छवि ! कल्पना... मिल गया यहीं सभी आज हमें जीवन में, मिल गया यहीं सभी ! मधुर मधुर चाँदनी , छिट...